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*मेडिकल फर्जीवाड़ा जाँच हुए बिना लिपिक दीपक ठाकुर पर एकपक्षिय कार्यवाही न्यायसंगत नहीं, पहले विभागीय जाँच हो फिर सम्बंधित पर कार्यवाही: सागर सिंह राजपूत, जिलाध्यक्ष फेडरेशन*

 *मेडिकल फर्जीवाड़ा जाँच हुए बिना लिपिक दीपक ठाकुर पर एकपक्षिय कार्यवाही न्यायसंगत नहीं, पहले विभागीय जाँच हो फिर सम्बंधित पर कार्यवाही: सागर सिंह राजपूत, जिलाध्यक्ष फेडरेशन*



कवर्धा :- स्वास्थ्य विभाग की बहुचर्चित मेडिकल फर्जीवाड़ा प्रकरण की  विभागीय जांच को शासन के नियमों एवं निर्धारित मार्गदर्शी सिद्धान्तों के अनुरूप निष्पक्षता से करने के लिए स्वास्थ्य फेडरेशन ने कलेक्टर, सीएमएचओ और जांच अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।

स्वास्थ्य फेडरेशन ने ज्ञापन में बताया है कि, मेडिकल फर्जीवाड़ा प्रकरण में तात्कालीन सीएमएचओ डॉ सुजॉय मुखर्जी ने विभागीय जांच किये बिना ही लिपिक दीपक सिंह ठाकुर को दोषी करार देते हुए दण्डादेश देकर अन्याय पूर्ण कार्यवाही किया था। फेडरेशन ने मांग किया है कि दीपक सिंह ठाकुर के खिलाफ वर्तमान में चल रही विभागीय जांच में अन्याय न हो इसलिए विभागीय जांच शासन के नियमों व मार्गदर्शी सिद्धान्तों के अनुरूप किया जावे। प्रकरण की सच्चाई सामने आए प्रकरण के शिकायतकर्ता मनीष जॉय नेत्र सहायक अधिकारी, फर्जी सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाले बर्खास्त नव आरक्षक डेविड लहरे खेमराज तथा फर्जी सर्टिफिकेट को अपने हस्ताक्षर से अनुमोदन करने वाले सिविल सर्जन डॉ सुरेश कुमार तिवारी, मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ नमिता वाल्टर मेडिकल ऑफिसर डॉ पी सी प्रभाकर व डॉ स्वप्निल तिवारी को जांच में सम्मिलित कर बयान लेने की मांग किया है। फेडरेशन ने मांग किया है कि जांच के उपरांत सत्य को साक्ष्य की कसौटी में परखने के बाद जो भी दोषी मील उनके विरुद्ध कार्यवाही किया जाय।




बहरहाल फेडरेशन के द्वारा ज्ञापन देने के बाद प्रकरण में आज तक लंबित विभागीय जांच शुरू होता है या यूं ही पहले की भांति जांच जांच के खेल में विभागीय जांच अटका रहेगा। इसके लिए अभी इंतजार करना होगा।

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